Taj Mahal:
नई दिल्ली, एजेंसियां। ताजमहल के पश्चिमी द्वार के पास एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 85 वर्षीय बुज़ुर्ग व्यक्ति को चिलचिलाती धूप में बंद कार के अंदर बेहोशी की हालत में पाया गया। यह घटना बुधवार को हुई जब महाराष्ट्र से आया एक परिवार ताजमहल देखने गया और बुज़ुर्ग को पार्किंग में खड़ी कार में बंद छोड़ गया।
स्थानीय लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने बचाया
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पार्किंग क्षेत्र में खड़ी कार में अंदर से किसी की हलचल न होने पर स्थानीय गाइडों और सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ। उन्होंने कार के शीशे से झांक कर देखा तो बुज़ुर्ग व्यक्ति अंदर हाथ-पैर बंधे हुए और अचेत अवस्था में मिले।
इसके बाद मौके पर मौजूद लोगों ने कार की खिड़की तोड़कर उन्हें बाहर निकाला और तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। तत्काल एम्बुलेंस बुलाई गई और बुज़ुर्ग को अस्पताल ले जाया गया।
परिवार ने इलाज से किया इनकार
हैरानी की बात यह रही कि एम्बुलेंस के साथ मौजूद परिवार के एक सदस्य ने अस्पताल में इलाज कराने से इनकार कर दिया। उन्होंने दावा किया कि “वह व्यक्ति ठीक हैं” और किसी गंभीर स्थिति में नहीं हैं।
हालांकि, जिस तरह से उन्हें कार में छोड़ दिया गया, उस पर स्थानीय लोगों और पर्यटकों में भारी आक्रोश देखने को मिला। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की तीखी आलोचना हो रही है।
बुज़ुर्ग के साथ अमानवीय व्यवहार पर उठे सवाल
घटना के बाद पर्यटन विभाग और पुलिस प्रशासन ने मौके का मुआयना किया। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि सीसीटीवी फुटेज और पार्किंग स्टाफ के बयान के आधार पर जांच की जाएगी। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया है और बुज़ुर्गों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को लेकर सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल क्या है स्थिति?
बुज़ुर्ग व्यक्ति की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है और न ही यह स्पष्ट हुआ है कि उन्हें कार में क्यों बांध कर छोड़ा गया था। पुलिस ने परिवार से पूछताछ शुरू कर दी है और मामले की विधिवत जांच जारी है।
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