Nishikant Dubey:
रांची। झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के विवादित बयान ‘मारो लेकिन वीडियो मत बनाओ’ पर तीखा प्रहार किया है। निशिकांत दुबे ने कहा कि राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे के शिवसेना गुट बीएमसी चुनाव के मद्देनजर सस्ती और ध्रुवीकरण वाली राजनीति कर रहे हैं।
निशिकांत दुबे ने ANI से बातचीत में कहा
निशिकांत दुबे ने ANI से बातचीत में कहा, “अगर मराठी बोलना जरूरी है तो बताएं, आप किसकी रोटी खा रहे हैं? टाटा, बिरला, रिलायंस जैसी बड़ी कंपनियां महाराष्ट्र में नहीं, बल्कि बिहार जैसी जगहों पर फैक्ट्री लगाती हैं। झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओडिशा के पास खनिज हैं, आप क्या देते हो?” उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र के नेता हिंदी, उर्दू, तमिल और तेलगू भाषियों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं, जो गलत है। निशिकांत दुबे ने चुनौती देते हुए कहा, “अगर बहुत बड़े बॉस हो तो बिहार, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु आओ, वहां पटक-पटककर मारेंगे।”
मराठी भाषा और महाराष्ट्र के स्वतंत्रता सेनानियों
बीजेपी सांसद ने मराठी भाषा और महाराष्ट्र के स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान करते हुए कहा, “हम छत्रपति शिवाजी महाराज, तात्या तोपे जैसे वीरों का सम्मान करते हैं, लेकिन चुनाव के दौरान इस तरह की घटिया राजनीति अस्वीकार्य है।” दुबे ने उद्धव और राज ठाकरे को चुनौती देते हुए कहा कि वे माहिम दरगाह के सामने हिंदी-उर्दू भाषियों के खिलाफ हिंसा दिखाएं तभी उन्हें बाला साहेब ठाकरे के असली वारिस माना जाएगा।
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