रांची। गैंगस्टर अमन साहू को पुलिस ने 11 मार्च को पलामू में एनकाउंटर में मार गिराया। उसकी मौत की सूचना के बाद से रांची के बुढ़मू स्थित मतबे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ। इस सन्नाटे के बीच ही बीती रात गैंगस्टर के शव का पोस्मार्टम किया गया। इस दौरान अमन साव के पिता, रिश्तेदार और कुछ परिचित मौजूद रहे। बेटे की मौत के बाद पिता निरंजन साहू स्तब्ध है और चुप्पी साध ली है। वो गांव में ही एक किराने की दुकान चलाते हैं। अमन के मारे जाने के मामले में माता-पिता और रिश्तेदारों ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
अमन साहू का बचपन पतरातू में बीता था। सालों पहले अमन के पिता बुढ़मू स्थित मतबे गांव में आकर बस गए थे। अमन के दादा खेती-बाड़ी किया करते थे। अमन का एक भाई नौकरी करता है, जबकि दूसरा भाई आकाश साहू टेरर फंडिंग के मामले में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है।
अंतिम संस्कार से पहले अमन के कुछ परिजन और गांववाले गाड़ी लेकर शव लाने पलामू गये थे। वे शव लेकर वलामू से रात में लौटे। इसके तुरंत बाद ही गांव के निकट मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।
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