रांची। झारखंड पुलिस ने 15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर आक्रमण गंझू को गिरफ्तार किया है। वह एनआईए की ओर से दर्ज टेरर फंडिंग के केस में भी लंबे समय से वांटेड था।
बताया जा रहा है कि आक्रमण गंझू को गुप्त सूचना के आधार पर उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह प्रयागराज में अपनी पत्नी और भाई के साथ महाकुंभ स्नान के बाद लौट रहा था।
आक्रमण गंझू प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी का रीजनल कमांडर है। उस पर हत्या, रंगदारी और लेवी वसूली, पुलिस बल पर हमला, कन्स्ट्रक्शंस साइट पर हमले और मारपीट के कई मामले दर्ज हैं।
पूर्व में उसकी पुलिस के साथ कई बार मुठभेड़ भी हुई थी, लेकिन वह हर बार बच निकलता था। उसकी गिरफ्तारी की फिलहाल आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। पुलिस उससे गिरफ्तार करने के बाद अज्ञात ठिकाने पर पूछताछ कर रही है।
बिहार में भी वांटेडः
आक्रमण गंझू पर पलामू, लातेहार, चतरा, हजारीबाग के साथ-साथ बिहार के गया के इलाके में भी प्राथमिकी दर्ज है। उस पर इन इलाकों में 60 से भी अधिक नक्सल हमले करने का आरोप है। वह सीसीएल की आम्रपाली और मगध कोल परियोजनाओं में टेरर फंडिंग का मास्टरमाइंड रहा है।
गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए ने उसके खिलाफ जांच शुरू की थी। आक्रमण गंझू को नक्सली संगठन में रविंद्र गंझू और आक्रमण जी के नाम से भी जाना जाता रहा है। वह चतरा जिले के लावालौंग थाना अंतर्गत सिलदाग गांव का रहने वाला है।
आक्रमण के घर की 6-7 बार कुर्कीः
पुलिस अलग-अलग मामलों में आक्रमण गंझू के घर पर छह से सात बार कुर्की जब्ती कर चुकी है। लातेहार जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता राजेंद्र साहू की वर्ष 2023 में हुई हत्या के मामले में भी आक्रमण गंझू का नाम आया था।
इस मामले में गिरफ्तार दो शूटरों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि आक्रमण गंझू के कहने पर राजेंद्र साहू की हत्या की गई थी।
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