वाशिंगटन, एजेंसियां। न्यूयॉर्क की एक अदालत ने उद्योगपति गौतम अडानी और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रहे तीन मामलों को एक साथ करने का आदेश दिया है। इन मामलों में अडानी पर 265 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वतखोरी के आरोप हैं, जो राज्य पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों के साथ सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए दी गई बताई जाती है।
अदालत ने लिया यह फैसला सभी मामलों की सुनवाई एक संयुक्त मुकदमे में की जाएगी, क्योंकि इन आरोपों और लेन-देन में आपसी संबंध है। इनमें से एक मामला अडानी के खिलाफ आपराधिक आरोपों का है, जबकि अन्य दो मामलों में दीवानी आरोप हैं।
यह निर्णय न्यायिक दक्षता को बढ़ाने और समय-सारिणी की समस्याओं से बचने के उद्देश्य से लिया गया। अब इन मामलों की सुनवाई जिला जज निकोलस जी गरौफिस के तहत होगी, जो पहले से ही अडानी के आपराधिक मामले को देख रहे हैं।
शेयर बाजार पर असर
इस निर्णय का असर अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों पर पड़ा है। कुछ कंपनियों के शेयरों में मामूली गिरावट आई, जबकि कुछ में वृद्धि देखी गई, जैसे अडानी एनर्जी सॉल्यूशन और अडानी पावर।
क्या मामला है?
अधिकारियों का दावा है कि अडानी और अन्य ने सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए धन जुटाने के दौरान अमेरिकी बैंकों और निवेशकों से छिपकर रिश्वत दी थी। यह मामला अडानी समूह की छवि और निवेशकों के विश्वास पर महत्वपूर्ण असर डाल सकता है।
इसे भी पढ़ें
अडानी रिश्वत मामले में अमेरिकी कोर्ट का अहम आदेश, सभी मुकदमों की एक साथ होगी सुनवाई