नई दिल्ली, एजेंसियां। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अगले पांच वर्षों में दिल्ली को प्रदूषण से मुक्त करने का वादा किया है। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी के परिवहन नेटवर्क को सुधारने और प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए 12,500 करोड़ रुपये का निवेश घोषित किया। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार “बहुत खराब” श्रेणी में बना हुआ है, और वाहन प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं, क्योंकि वाहनों से निकलने वाली गैसें प्रदूषण का मुख्य कारण मानी जाती हैं।
सरकार की योजनाएं
गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) दिल्ली में प्रदूषण और ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए कई परियोजनाओं पर काम करेगा। इन परियोजनाओं में नई सड़कें शामिल हैं, जो दिल्ली में आने वाले वाहनों का दबाव कम करेंगी। इसके अलावा, सरकार स्वच्छ ईंधन जैसे इलेक्ट्रिक बसों और सीएनजी वाहनों पर जोर दे रही है, ताकि जीवाश्म ईंधन से होने वाले 40 प्रतिशत प्रदूषण को कम किया जा सके।
बेहतर यातायात इंफ्रास्ट्रक्चर
इसके साथ ही, दिल्ली में ट्रैफिक जाम कम करने के लिए सरकार की तरफ से नई सड़क परियोजनाएं भी लागू की जा रही हैं। इनमें से प्रमुख परियोजना द्वारका एक्सप्रेसवे है, जो IGI एयरपोर्ट के पास ट्रैफिक को हल्का करेगी। इसके अलावा, कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे को दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के निर्माण से भी शहर में भीड़भाड़ कम होगी।
भविष्य की यातायात समाधान
महिपालपुर और रंगपुरी क्षेत्र में रोजाना ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए 5 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने की योजना है। यह सुरंग 3,500 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी और वसंत कुंज को शिव मूर्ति और नेल्सन मंडेला मार्ग से जोड़ेगी। इन योजनाओं से दिल्ली को प्रदूषण और ट्रैफिक से मुक्ति मिलने की संभावना है।
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