नालंदा, एजेंसियां। नालंदा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर की पिटाई के विरोध में हड़ताल के दूसरे दिन डॉक्टर और कर्मियों ने इमरजेंसी सेवा ठप कर दिया।
डॉक्टरों और कर्मियों की मांग है कि डॉक्टर की पिटाई करने वाले को पुलिस जल्द से जल्द गिरफ़्तार करे।
ओपीडी सेवा के साथ साथ इमरजेंसी सेवा ठप रहने से गंभीर रोगी और उनके परिजनों को काफी परेशानियों का सामान करना पड़ रहा है।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि डॉक्टरों से बात की जा रही है, जल्द ही मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा।
वहीं आईएमए ने भी इस घटना की निंदा करते हुए आरोपियों की गिरफ़्तारी की मांग की है।
नगर पंचायत के वार्ड संख्या सात निवासी सुनील सिंह को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। उनकी मौत के बाद परिजन हंगामा करने लगे।
उनका कहना था कि सीनियर डॉक्टर गायब थे। इलाज शुरू करने में देर हुई, इस वजह से उनकी मौत हो गयी।
इसके बाद उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र देने की मांग की तो चिकित्सक आनाकानी करने लगे। इसके बाद हंगामा बढ़ गया।
डॉक्टरों का कहना था कि उनके साथ मारपीट की गयी, इस वजह से इमरजेंसी बंद करना पड़ा। अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि डॉक्टर से पूछताछ की गयी थी।
उन्होंने बताया कि मृत व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया था। उसकी जांच के बाद मौत की जानकारी दी गयी तो हंगामा और मारपीट की गयी।
यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। चिकित्सकों से बातचीत कर इलाज शुरू करवा दिया गया है।
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