प्रशासन ने फोटो जारी किए
झांसी, एजेंसियां। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर में स्पार्किंग के चलते आग लगी थी। शुक्रवार रात हादसे 10 बच्चों की मौत हुई थी, 39 को बचाया गया। लेकिन 8 बच्चों की जानकारी नहीं है।
वार्ड बॉय ने आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर चलाया, लेकिन ये 4 साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था। शनिवार को IB की टीम जांच के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंची।
10 में से 7 बच्चों की शिनाख्त हुई:
10 में से 7 शवों की पहचान कर उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है। 3 की शिनाख्त की जा रही है। 16 बच्चों को मेडिकल कॉलेज की अलग यूनिट में भर्ती किया गया है। इनमें से 3 की हालत गंभीर है। 7 बच्चे निजी अस्पताल में भर्ती हैं।
8 बच्चों का पता नहीं चल पा रहा है। परिजन ने कहा कि ये भी SNCU में भर्ती थे। आरोप है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन कोई जानकारी नहीं दे रहा है।
10 मौतों की वजह:
बच्चों को SNCU में रखा गया था। इसके दो पार्ट थे, अंदर की तरफ क्रिटिकल केयर यूनिट थी। यहीं पर सबसे ज्यादा बच्चों की मौत हुई है। क्योंकि एंट्री और एग्जिट का एक ही रास्ता था, जिसमें धुआं भर गया था। हॉस्पिटल का फायर अलार्म नहीं नहीं बजा।
परिजन का आरोप है कि बच्चों को पैरामेडिकल स्टाफ ने बचाया ही नहीं, वह भाग गए। मेडिकल स्टाफ इस हादसे में जले नहीं, सभी सुरक्षित हैं।
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