ईडी ने कोर्ट में पेश कर मांगी रिमांड
रांची। ईडी ने सेना की जमीन घोटाले मामले में अंचलकर्मी भानु प्रताप और जमीन माफिया अफसर अली समेत 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी को ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट पेश किया और रिमांड मांगी। बता दें कि रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन और उनसे जुड़े लोगों के 22 ठिकानों पर ईडी ने गुरुवार को छापेमारी की थी।
यह छापेमारी सेना के कब्जे वाली जमीन की हुई अवैध खरीद बिक्री को लेकर हुई थी, लेकिन इसके तार कोलकाता से जुड़ गए। जानकारी के मुताबिक सैकड़ों एकड़ जमीन की अवैध खरीद बिक्री के दस्तावेज ईडी ने जब्त किये है। ईडी ने पूछताछ के बाद जमीन फर्जीवाड़ा मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त में एक सर्किल इंस्पेक्टर भी शामिल।
ईडी ने बड़गाई सीआई भानू प्रताप प्रसाद, फर्जी कागजात तैयार करने वाले अफसर अली, सद्दाम, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, प्रदीप बागची और फैयाज खान को गिरफ्तार किया है। ईडी की बड़ी कार्रवाई है। ईडी की छापेमारी ने कई बड़े जमीन घोटाले के संकेत दिए हैं।
इस घोटाले में कई बड़े अफसर और कर्मचारी नपेंगे। भानु प्रताप को जमीन घोटाले का मुख्य सूत्रधार बताया जा रहा है।
कोलकाता में बनते हैं रांची की जमीन के कागज
ईडी की जांच में यह बात सामने आई कि रांची में एक गिरोह सक्रिय है, जो कोलकाता जाकर रांची की जमीन का फर्जी पेपर बनवाता है। उसकी रजिस्ट्री कोलकाता में कराई जाती है। इसके बाद कौड़ी की जमीन को करोड़ों में बेचा जाता है।
इस पूरे फर्जीवाड़ा में आला अधिकारियों के साथ-साथ अंचल अधिकारी, राजस्व कर्मचारी की बड़ी भूमिका होती है। जांच में पता चला है कि सरकारी अफसरों, कर्मियों के साथ-साथ माफियाओं ने भी अरबों की कमाई की है।