रांची। मणिपुर हिंसा के माहौल में दूसरे राज्यों के फंसे छात्रों को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। बिहार सरकार ने ऐसे 163 छात्रों की वापसी कराई है। इनमें 21 छात्र झारखंड के भी हैं। 3 छात्रों को स्थानीय अभिभावकों ने बिहार में ही रोक लिया जबकि 18 छात्र रांची लाटे हैं।
बिहार पहुंचे सभी छात्रों का स्वागत अधिकारियों ने गुलाब का फूल दे कर किया। वापस लौट कर बच्चों के चेहरों पर बड़ी राहत नजर आ रही थी।
पटना एयरपोर्ट पर छात्रों ने अपने अनुभव साझा किया। बताया कि वहां के हालात कैसे हैं, अब क्या स्थिति है। कई छात्रों ने इस दौरान पढ़ाई को लेकर चिंता भी जाहिर की। छात्रों ने बताया कि माहौल अब पहले से ठीक है लेकिन हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं।
झारखंड के छात्रों की वापसी के लिए पहुंचे अधिकारी
झारखंड के छात्रों को वापस लेने गये अधिकारी वीरेंद्र झा ने कहा, हम अपने राज्य के बच्चों को लेने आये हैं। झारखंड के 21 बच्चे हैं, जिन्हें हम बस से रांची ले जायेंगे।
बिहार सरकार यहां तक ले आयी, इसके बाद हम बच्चों को यहां से ले जायेंगे। बिहार सरकार से इस संबंध में बात हुई है।
छात्रों को एयर कंडीशनर वाली बस में रांची लाया जा रहा है। इस बात का पूरा ध्यान रखा जा रहा है कि इन छात्रों को लौटने में किसी तरह की परेशानी ना हो।
छात्रों ने बतायी आपबीती
छात्रों ने बताया कि हमें हॉस्टल से बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी, लेकिन हालात ऐसे थे कि हमें धमाके की, गोली की आवाज सुनाई देती थी। अब हालात धीरे- धीरे ठीक हो रही है। हमने सरकार से मदद की अपील की थी, सरकार ने हमें वापस लौटने में मदद की इसलिए सरकार का शुक्रिया।
पूरे इलाके में धारा 144 लागू थी। पीने के पानी की भी भारी समस्या थी। पीने के पानी के साथ-साथ खाने में भी परेशानी बढ़ गयी थी। हमें पता था, भरोसा था कि हमें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हम घर वापस लौटकर काफी खुश हैं, हमें हादसे से बाहर आने में अभी एक दो दिन का वक्त लगेगा।