वॉशिंगटन, एजेंसियां। इस्राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिजबुल्ला के शीर्ष कमांडर फुआद शुकर को एक दिलचस्प तरीके से निशाना बनाया। शुकर, जो 1983 में बेरूत में अमेरिकी मरीन बैरकों पर बमबारी की योजना बनाने के लिए जिम्मेदार था, और जिसके कारण 241 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई, वह अमेरिका के सबसे वांछित अपराधियों में शामिल था। मोसाद ने उसे उस कमजोरी से फंसाया, जो उसने अपनी व्यक्तिगत जिंदगी में दिखाई।
चार महिलाओं से प्रेम संबंध बने जाल
फुआद शुकर की एक महत्वपूर्ण गलती यह थी कि उसने एक साथ चार महिलाओं से प्रेम संबंध बनाए थे। इन महिलाओं से बातचीत करते वक्त वह अपनी गतिविधियों और योजनाओं में भी ढील दे देता था। मोसाद ने इन संवादों का इस्तेमाल करते हुए उसे जाल में फंसाया। इन संवादों के दौरान ही शुकर की ट्रैकिंग की गई और उसकी मूवमेंट्स पर लगातार निगरानी रखी गई।
मोसाद की सटीक रणनीति
मोसाद ने शुकर की गतिविधियों को बड़ी सतर्कता से ट्रैक किया और उसकी कमजोरियों का फायदा उठाया। लंबे समय तक उसकी निगरानी के बाद, मोसाद ने उसे लेबनान के एक अपार्टमेंट में ढेर कर दिया। इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मोसाद अपने लक्ष्यों को पाने में कितनी सटीक और योजनाबद्ध तरीके से काम करता है।
हिजबुल्ला को हुआ बड़ा झटका
फुआद शुकर की मौत हिजबुल्ला के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि वह संगठन का एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली कमांडर था। मोसाद की इस कार्रवाई से संगठन के शीर्ष कमांडरों को डर और असुरक्षा का सामना करना पड़ेगा।
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