पहले अमेरिका, रूस और फ्रांस के पास तकनीकी थी
नई दिल्ली, एजेंसियां। ओडिशा के चांदीपुर में भारतीय वायुसेना ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की। इसमें स्वदेशी अस्त्र एयर-टू-एयर मिसाइल का सफल टेस्ट किया गया। इस मिसाइल को LCA तेजस MK1 प्रोटोटाइप से लॉन्च किया गया।
दरअसल अस्त्र मिसाइल को पहले ही भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किया जा चुका है। इस वजह से अस्त्र मिसाइल का स्वदेशी लड़ाकू विमानों के साथ सफलतापूर्वक जोड़ा जाना एक बड़ी उपलब्धि है।
स्वदेशी तकनीक से बना है अस्त्रः
अस्त्र मिसाइल को DRDO द्वारा बनाया गया है। यह मिसाइल 100 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तक दुश्मन के विमानों को मार गिराने में सक्षम है। यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है, जिससे भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है, जो लंबी दूरी की एयर-टू-एयर मिसाइलों का निर्माण कर सकते हैं। इससे पहले इस तकनीक पर अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसे देशों का वर्चस्व था।
मिसाइल की 3 खासियत:
स्मोकलेस प्रोपल्शन टेक्नोलॉजी, जिससे दुश्मन को इसकी मौजूदगी का अंदाजा नहीं लगता।
एडवांस्ड इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम, जो तेज गति से उड़ते लक्ष्यों को भी सटीक निशाना बना सकता है।
तेजस जैसे स्वदेशी लड़ाकू विमानों के साथ पूरी तरह से अनुकूल।
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