एनवीडिया की वैल्यू ₹51.31 लाख करोड़ घटी
वाशिंगटन, एजेंसियां। चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल डीपसीक की एंट्री से अमेरिकी टेक कंपनी एनवीडिया की वैल्यू करीब 600 अरब डॉलर (₹51.31 लाख करोड़) गिर गई। यह अमेरिकी इतिहास में किसी कंपनी में एक दिन में आई सबसे बड़ी गिरावट है। शेयरों में 17% की गिरावट के बाद एनवीडिया की वैल्यू 2.90 ट्रिलियन डॉलर (करीब ₹251 लाख करोड़) रह गई। अमेरिकन शेयर इंडेक्स नैस्डै्क में भी 3.07% की गिरावट रही।
एनवीडिया की वैल्यू गिरने की वजह:
डीपसीक ने अपना AI मॉडल सिर्फ 6 मिलियन डॉलर (₹51.94 करोड़) में डेवलप किया है। वहीं अमेरिका की एनवीडिया, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा और गूगल जैसी कंपनियों ने हजारों करोड़ रुपए इन्वेस्ट कर AI मॉडल तैयार किए हैं। निवेशकों को लग रहा है कि एनवीडिया के शेयर्स ओवरवैल्यूड हैं। मार्केट कैप के हिसाब से एनवीडिया पहले सबसे बड़ी कंपनी थी।
शेयर्स में गिरावट से यह एपल और माइक्रोसॉफ्ट के बाद तीसरे नंबर पर आ गई है। वहीं डीपसीक निजी स्वामित्व वाली कंपनी है, यानी निवेशक किसी भी एक्सचेंज पर कंपनी के शेयर नहीं खरीद सकते।
भारत-अमेरिका में रिकॉर्ड डाउनलोड्स:
डीपसीक 10 जनवरी 2025 को वर्ल्डवाइड लॉन्च हुआ। इसने ओपन AI के ChatGPT और गूगल के Gemini को पीछे छोड़ दिया है। भारत और अमेरिका में एपल iOS पर डीपसीक सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप है। इसके एंड्रॉयड यूजर्स भी बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने चीनी स्टार्टअप डीपसीक को लेकर कहा- यह अमेरिका की टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के लिए अलर्ट होने का समय है। यह झटका सिलिकॉन वैली के लिए पॉजिटिव भी हो सकता है, क्योंकि इससे उसे कम कीमत में इनोवेशन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
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