रांची। आम आदमी से जुड़े दो अहम मुद्दे महंगाई और बेरोजगारी हमेशा चुनावों में सुर्खियों में रहते हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 में हैं ये मुद्दे चर्चा में हैं। भाजपा द्वारा उठाए जा रहे राष्ट्रवाद और विकास के मुद्दे को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे कड़ी टक्कर देते नजर आए।
हालांकि चुनाव के शुरुआती चरण में गारंटी-गारंटी, भ्रष्टाचार, ईडी, जेल, विरासत, धर्म और आरक्षण जैसे मुद्दे ज्यादा हावी दिखे।
पर जैसे जैसे चुनाव होता गया, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे के विपक्ष ने प्रमुखता के साथ उठाना शुरू किया।
जाहिर है ऊपर जिन मुद्दों का जिक्र किया गया, वे बीजेपी के विकास और राष्ट्रवाद का बखूबी सामना कर रहे होंगे, जिसके बाद दशकों से चले रहे आ रहे महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे को विपक्ष ने हवा दी।
छठे चरण के चुनाव के पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जब रांची में आई, तो यहां उन्होंने सिर्फ और सिर्फ महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर जोरदार ढंग से बात की।
कहा कि मोदी जी महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर क्यों नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर बीजेपी वाले चुप हैं।
मोदी जी सिर्फ वोटरों को ध्यान भटका रहे हैं, ताकि कोई महंगाई और बेरोजगारी पर बात न करे। महंगाई आसमान छू रही है।
वहीं बेरोजगारों की फौज देश में खड़ी की जा रही है। दो करोड़ नौकरियों का वादा कर मोदी जी भूल गये।
अबतक जिन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ उनमें मतदान केंद्रों के बाहर वोटरों ने भी इन मुद्दों पर खुल कर बात की।
कुछ मतदाताओं के लिए महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे मायने नहीं रखते। उन्होंने इसे सर्वकालीन मुद्दा बताया।
वोटरों ने कहा कि ये दोनों मुद्दे हर चुनाव में मुद्दा बनते हैं। परंतु आज हमारे विकास और राष्ट्रवाद का मुद्दा ज्यादा महत्वपूर्ण है। हमारी सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
वहीं कुछ वोटरों के लिए महंगाई और बेरोजगारी सबसे अहम मुद्दे हैं। उनका कहना है कि कोई भी सरकार हो., उसे सबसे पहले इन्ही दो मुद्दों पर बात और काम करना चाहिए।
रांची के कई मतदान केंद्रों पर वोटरों ने कहा कि जिंदा रहने के लिए आय के साधन जरूरी है। साथ ही यदि महंगाई पर नियंत्रण नहीं हुआ, तो सारी कमाई बेकार है।
आज वोटर्स मतदान केंद्रों पर ईवीएम बटन दबाते समय मुद्दों के बारे में बहुत स्पष्ट दिखते हैं।
इतना ही नहीं, वोटर्स खुल कर अपनी बात भी रख रहे हैं कि वे किन मुद्दों पर अपनी सरकार चुन रहे हैं या चुनने जा रहे हैं।
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